राहु काल (Rahu Kaal) हिंदी में भी राहु काल ही कहलाता है। यह एक ज्योतिषीय समयांतर है जो हिंदू ज्योतिष में उपयोग होता है। राहु काल, राहु ग्रह की प्रभावी अवधि को दर्शाता है, जब राहु ग्रह विशेष रूप से अशुभ माना जाता है। इस समय के दौरान मान्यता है कि कार्यों की शुरुआत करने, महत्वपूर्ण निर्णय लेने और शुभ कार्यों को पूरा करने के लिए अशुभता की स्थिति होती है।
राहु काल दिन को शामिल करके निर्धारित किया जाता है और यह विशेष रूप से सौर प्रतिष्ठान के आधार पर प्राप्त किया जाता है। इस समय की अवधि रोजाना बदलती रहती है और इसे लोकल सूर्योदय समय पर आधारित किया जाता है।
राहु काल की अवधि के दौरान ज्योतिषाचार्य और लोग शुभ कार्यों को टालने या रोकने की सलाह देते हैं। उन्हें यह मान्यता होती है कि राहु काल में शुरू की गई कार्यों में बाधाएं और अनुकूलताएं हो सकती हैं और उनकी सफलता पर असक्षमता या अस्थायी प्रभाव पड़ सकता है। इसलिए, शुभ कार्यों के लिए राहु काल से बचने का प्रयास किया जाता है और इसे आपस में समझौते के लिए उपयोग में लिया जाता है।
राहु काल का समय भी ज्योतिषीय पंचांग, ज्योतिष ऐप्स, और ज्योतिषियों द्वारा प्रदान की जाने वाली सूचनाओं पर निर्भर करता है।
राहु काल की गणना
राहु काल की गणना विभिन्न तत्वों पर आधारित की जाती है, जिनमें सूर्योदय का समय, सूर्यास्त का समय और चौघड़िया के समयांतर शामिल हो सकते हैं। यहां राहु काल की गणना के लिए एक साधारण तरीका दिया गया है:
- पहले आपको वर्तमान दिन का सूर्योदय का समय जानना होगा। इसके लिए, स्थानीय पंचांग, ज्योतिष ऐप्स या अन्य ज्योतिष स्रोतों का सहारा ले सकते हैं।
- सूर्योदय के समय से चार या अठारह घंटे पहले राहु काल की शुरुआत होती है। यदि आप चार घंटे के लिए राहु काल की गणना करना चाहते हैं, तो चार घंटे को सूर्योदय के समय से पहले घटा दें। यदि आप अठारह घंटे के लिए राहु काल की गणना करना चाहते हैं, तो अठारह घंटे को सूर्योदय के समय से पहले घटा दें।
- उदाहरण के लिए, यदि सूर्योदय का समय सुबह 6:00 बजे है, और आप चार घंटे के लिए राहु काल की गणना करना चाहते हैं, तो राहु काल 2:00 बजे से शुरू होगा। यदि आप अठारह घंटे के लिए राहु काल की गणना करना चाहते हैं, तो राहु काल 10:00 बजे से शुरू होगा।
ध्यान दें कि यह एक साधारण तरीका है और राहु काल की गणना में उपयोग होने वाली अन्य विधियाँ भी हो सकती हैं। यदि आप और अधिक विश्वसनीयता के लिए राहु काल की गणना करना चाहते हैं, तो विशेषज्ञ ज्योतिषी से परामर्श लेना सलाहनीय होगा।