अयोध्या राम मंदिर-Ayodhya Ram Mandir
Rama Lala Murti राम लल्ला मूर्ति – Ram Lalla idol
त्रेतायुग में भगवान विष्णु के 7वें अवतार के रूप में मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान् श्री राम जी का जन्म अयोध्या में हुआ था। राम मंदिर भारत के उत्तर प्रदेश राज्य के अयोध्या जिले में स्थित एक हिन्दू मंदिर है। यह मंदिर मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान् श्री राम जी को समर्पित हैं। इस मंदिर का निर्माण भगवान श्रीराम जी के जन्म स्थान पर हुआ है। भगवान् श्रीराम जी का यह मंदिर प्राचीन सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत को दर्शाता है। हिन्दुओं के लिए इस मंदिर का विशेष महत्व है। मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान् श्री राम जी के भक्ति में वह शक्ति है कि जीवन की दिशा और दशा को बदल दे। राम नाम का जप करने से मन और हृदय शुद्ध हो जाता है। मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान् श्री राम जी को रामलला नाम से भी बोलते है।
मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान् श्री राम जी की जन्मभूमि अयोध्या में बने नवनिर्मित राम मंदिर में सोमवार, 22 जनवरी 2024 को रामलला की मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा की जाएगी, जिसका हम देशवासियों और सनातन प्रेमियों को बेसब्री से इंतजार है। भगवान राम जी के जन्म के समय जैसे मुहूर्त था , ठीक वैसा संयोग 22 जनवरी को प्राण-प्रतिष्ठा में भी रहेगा। क्या आप जानते हैं कि, रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा के लिए 22 जनवरी 2024 की तारीख ही क्यों निर्धारित की गई है।
22 जनवरी की तारीख खास क्यूँ है ? Why is the date of January 22 special?
22 जनवरी को पंचांग के अनुसार अभिजीत मुहूर्त रहेगा और इसके साथ ही इस तिथि पर कई शुभ संयोगों का भी निर्माण होगा। अभिजीत मुहूर्त में जन्मे थे रामलला।
राम मंदिर के निर्माण की शुरुआत – Construction of Ram temple started
राम मंदिर के निर्माण की शुरुआत के लिए भूमिपूजन 5 अगस्त 2020 को किया गया था। मंदिर के निर्माण की देखरेख राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट द्वारा की गई।
अभिजीत मुहूर्त में जन्मे थे भगवान श्रीराम जी – Lord Shri Ram was born in Abhijeet Muhurta
त्रेतायुग के अनुसार भगवान श्रीराम जी का जन्म अभिजीत मुहूर्त में ही हुआ था। इसलिए इस शुभ मुहूर्त को बहुत ही शुभ माना गया है। इसलिए राम मंदिर में मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा भी अभिजीत मुहूर्त में ही किया जायेगा। अभिजीत मुहूर्त में रामलाल की प्राण-प्रतिष्ठा के बाद भगवान की मूर्ति सदैव मंदिर में विराजमान होगी।
किस शुभ मुहूर्त में होगी रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा -In which auspicious time will Ramlala’s life be consecrated?
हमारे हिंदू धर्म में सभी शुभ-मांगलिक कार्य शुभ मुहूर्त के अनुसार ही किए जाते हैं। ऐसे में ज्योतिष विद्वानों द्वारा रामलाल की प्राण-प्रतिष्ठा के लिए सोमवार, 22 जनवरी की तिथि तय की गई है। हिन्दू पंचांग के अनुसार, इस दिन पौष माह के शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि है। इस दिन अभिजीत मुहूर्त तो रहेगा ही, साथ ही सर्वार्थ सिद्धि योग, अमृत सिद्धि योग और रवि योग जैसे शुभ योगों का भी निर्माण होगा। लेकिन प्राण-प्रतिष्ठा के लिए केवल 84 सेंकड का ही शुभ मुहूर्त रहेगा, जिसे 22 जनवरी को 12 बजकर 29 मिनट 17 सेकंड से 12 बजकर 30 मिनट 31 सेकंड में किया जाएगा।
अयोध्या राम मंदिर के बारे में रोचक तथ्य – Interesting Facts about Ayodhya Ram Mandir
- राम मंदिर का निर्माण प्राचीन वास्तुकला के माध्यम से किया जाएगा इसलिए इसमें स्टील और लोहे का इस्तेमाल नहीं किया जाएगा।
- राम मंदिर निर्माण के लिए राम भक्तों द्वारा पूरे भारत से सोने और चाँदी की ईटें मंदिर निर्माण के लिए आई हैं।
- राम मंदिर के निर्माण की शुरुआत के लिए भूमिपूजन 5 अगस्त 2020 को किया गया था। मंदिर के निर्माण की देखरेख राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट द्वारा की गई।
- राम मंदिर के गर्भगृह की 200 फ़ीट गहराई में Time Capsule (टाइम कैप्सूल ) रखा गया है जिसका उद्देश्य यह है कि राम मंदिर का इतिहास हजारों साल तक मौजूद रहे। टाइम कैप्सूल ताम्रपत्र का होता है।
- राम मंदिर के निर्माण कार्य में स्टील के बिना उच्च ग्रेड “रोल्ड कॉम्पैक्टेड कंक्रीट”, गुलाबी बलुआ पत्थर, ग्रेनाइट पत्थर, तांबे की प्लेटें, सोना और अष्टधातु और सागौन की लकड़ी का इस्तेमाल किया गया है।
- राम मंदिर निर्माण के लिए राम भक्तों द्वारा पूरे भारत से सोने और चाँदी की ईटें मंदिर निर्माण के लिए आई हैं।